

वड़ोदरा – सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी, वेरावल, गुजरात की 22 वर्षीय छात्रा नेहा ने 36 मिनट तक स्थिर रहकर बनाया पूर्ण भुजंगासन में विश्व कीर्तिमान की 22 वर्षीय छात्रा नेहा ने 5 अगस्त को विश्वविद्यालय के कैम्पस में, कुलपति और शिक्षकों के सामने पूर्ण भुजंगासन में 36 मिनट तक स्थिर रहकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस कीर्तिमान का प्रमाणपत्र, गोल्ड मैडल, और गोल्डन बैज, एक लंबी प्रक्रिया के बाद, अब प्राप्त हुआ है, जिससे नेहा और उनके परिवार में खुशी की लहर है।
वडोदरा की रहने वाली नेहा को योगाभ्यास की प्रेरणा उनकी माँ से मिली, और वे कक्षा सात से योग सीख रही हैं। फिलहाल, नेहा सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी से योग में मास्टर डिग्री कर रही हैं। इस विश्व कीर्तिमान के लिए नेहा ने अथक परिश्रम और योग साधना की। यह रिकॉर्ड उन्होंने “योगा बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में दर्ज किया है, जो विशेष रूप से योग कीर्तिमानों को ही मान्यता देती है और महर्षि पतंजलि के सिद्धांतों अर्थात् स्थिरं सुखासनम् एवं आसन सिद्धि का पालन करती है।
नेहा अब तक 20 से अधिक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। उनके पिताजी सब्जी का व्यापार करते हैं और माँ गृहिणी हैं। नेहा ने यह विश्व रिकॉर्ड अपने छोटे भाई को समर्पित किया है, जो बोल और सुन नहीं सकता। उनकी माँ ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है।

नेहा की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए गर्व का विषय है। योग के प्रति उनके समर्पण और दृढ़ता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनकी कहानी इस बात का प्रमाण है कि कैसे कठिन परिश्रम, समर्पण और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
नेहा ने बताया कि इस रिकॉर्ड के लिए उन्होंने शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से खुद को तैयार किया। उन्होंने नियमित रूप से योगाभ्यास किया, जिससे न केवल उनकी शारीरिक सहनशक्ति बल्कि मानसिक स्थिरता भी बढ़ी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी इस सफलता में उनके परिवार का अहम योगदान रहा है, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया।
नेहा के भविष्य के लक्ष्यों में योग को और अधिक लोगों तक पहुँचाना और योग के माध्यम से स्वस्थ और संतुलित जीवन का प्रचार करना शामिल है। वह चाहती हैं कि विशेषकर युवा पीढ़ी योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाए, ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बन सकें।

इस रिकॉर्ड को बनाने के बाद नेहा को देश-विदेश से बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं, और कई संगठनों ने उन्हें योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करने की बात कही है। नेहा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी योग प्रतियोगिताओं में भाग लेने की योजना बना रही हैं। उनके अनुसार, यह सिर्फ एक शुरुआत है और वह आने वाले समय में योग के माध्यम से और भी ऊँचाइयाँ छूने की कोशिश करेंगी।

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